Friday, March 23, 2012

अनमोल वचन

१. प्रेम बोला नहीं जा सकता, बताया नहीं जा सकता ,

दिखाया नहीं जा सकता , प्रेम तो चित से चित का अनुभव है


२. जो मुझे करना चाहिए , वह मुझे मालूम है

लेकिन वह में करता नहीं, और जो मुझे नहीं करना चाहिए,

वह भी मुझे मालूम है , लेकिन वही में करता हू 


३. हमारी जितनी मानसिक और शारीरिक शक्तिया है ,

आत्म - विश्वास उन सबका सरदार है 


४. न बोले ही जहा काम चलता हो , वहा बोलने की बात ही कहा,

जहा सुई से काम चलता हो , वहा तलवार पागल उठाते है


५. अपमानो का या तो टीक से बदला लेना चाहिए,

या उन्हें टीक से सहन करना चाहिए


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