Tuesday, October 5, 2010

मंजिले अभी और भी है |

मंजिले अभी और भी है |
रास्ते अभी और भी है |
तेरे मेरे पड़ने इस दुनिया से वास्ते अभी और भी है |

मंजिले अभी और भी है |
रास्ते अभी और भी है ||

कस्ती हमेशा किनारे से लगे जरुरी तो नहीं |
लहरों में छुपे हुए मुश्किलो के फ़साने अभी और भी है |
मंजिले अभी और भी है |
रास्ते अभी और भी है |
तेरे मेरे पड़ने इस दुनिया से वास्ते अभी और भी है |

क्यों उदास बेठा है तू |
यादों में खोया रहता है तू |
भूल के तो देख, ढूढ़ के तो देख |
मुश्किलो में भी मिलेंगे हँसने के बहाने अभी और भी है |
मंजिले अभी और भी है |
रास्ते अभी और भी है ||
तेरे मेरे पड़ने इस दुनिया से वास्ते अभी और भी है |

मंजिले अभी और भी है |
रास्ते अभी और भी है ||

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